मंगल दोष मिटाने के लिए सर्वप्रसिद्ध मंदिर || मंगल नाथ उज्जैन || Mangal Nath Temple Ujjain

मंगल दोष मिटाने के लिए सर्वप्रसिद्ध मंदिर || मंगल नाथ उज्जैन || Mangal Nath Temple Ujjain

किसे मंगल दोष युक्त माना जाता है 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी व्यक्ति को मंगल दोष युक्त (Manglik) तब माना जाता है जब उसकी जन्म कुंडली में मंगल ग्रह (Mars) 1st, 2nd, 4th, 7th, 8th या 12th भाव में स्थित होता है। माना जाता है कि इन भावों का सीधा संबंध वैवाहिक जीवन, पारिवारिक सुख और मानसिक संतुलन से होता है, इसलिए मंगल का इन स्थानों पर होना शादी में देरी, दांपत्य जीवन में तनाव, गुस्सा या अनावश्यक विवाद जैसी स्थितियाँ पैदा कर सकता है। लग्न (Ascendant), चंद्र (Moon chart) और शुक्र (Venus chart) तीनों कुंडलियों में मंगल की स्थिति देखकर इसकी पुष्टि की जाती है। हालांकि गुरु (Jupiter) या शुक्र की शुभ दृष्टि, अनुकूल राशियों का प्रभाव, या उम्र बढ़ने के साथ इस दोष की तीव्रता कम भी हो सकती है। इस कारण केवल मंगल की एक स्थिति देखकर निर्णय लेना उचित नहीं माना जाता, बल्कि पूरी कुंडली का विश्लेषण किसी अनुभवी ज्योतिषी से करवाना आवश्यक होता है।

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मंगल नाथ मंदिर उज्जैन 

मंगलनाथ मंदिर उज्जैन शहर में शिप्रा नदी के किनारे बसा मंगल दोष निवारण के लिए सबसे ज्यादा प्रसिद्द मंदिर है, जो सिर्फ मंगल दोष निवारण के लिए ही है , उज्जैन जाने वाले श्रद्धालु मंगलनाथ मंदिर के भी दर्शन करते है , यह मंदिर पूरे भारत का ऐसा मंदिर है  जो पृथ्वी का केंद्र माना जाता है इसीलिए इस जगह की ऊर्जा भी अलग है , यहाँ दुनिआ भर के विद्वान् ब्राह्मण आपके मंगल दोष निवारण के लिए तत्पर दिखेंगे जो केवल मंगल दोष निवारण की ही पूजा करते है , दुनिया   भर से मांगलिक लोग अपने मंगल दोष निवारण के लिए इस मंदिर की चौखट पर जरूर कदम रखते है जब उनको कहीं सहारा नहीं मिलता 

मंगल दोष क्या है और इसके सटीक उपाय : मंगल दोष ...

मंगलनाथ मंदिर मंगल ग्रह का जन्म स्थान माना जाता है , पुराणों में वर्णन है कि भगवान शिव ने यहीं पर मंगल ग्रह को उत्पन्न किया था, इसलिए इसे मंगल का जन्मस्थान कहा जाता है। इसी वजह से यहाँ विशेष रूप से मंगल दोष शांति पूजा और नवग्रह शांति अनुष्ठान कराए जाते हैं। माना जाता है कि यहाँ पूजा-अर्चना करने से वैवाहिक जीवन में आ रही बाधाएँ कम होती हैं, शादी में देरी का योग घटता है और भूमि-संपत्ति संबंधी परेशानियाँ भी शांत होती हैं।

मंगलनाथ मंदिर उज्जैन शहर के मुख्य केंद्र से लगभग 6–7 किमी दूर है और महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर से भी अधिक दूर नहीं है। यहाँ पहुँचने के लिए उज्जैन रेलवे स्टेशन से ऑटो या टैक्सी आसानी से मिल जाती है।

आखिर क्यों मंगल दोष को बुरा माना जाता है 

लोग मंगल दोष से इसलिए डरते हैं क्योंकि पारंपरिक ज्योतिष में इसे शादी और वैवाहिक जीवन से जुड़ी बड़ी-बड़ी परेशानियों का कारण माना जाता है। कहा जाता है कि जिसकी कुंडली में मंगल दोष होता है उसकी शादी में देरी हो सकती है, पति–पत्नी के बीच तनाव रह सकता है या वैवाहिक जीवन में अशांति और अलगाव की संभावना बढ़ सकती है। भारत में शादी को बहुत महत्वपूर्ण और सामाजिक मान-सम्मान से जुड़ा माना जाता है, इसलिए परिवारों को डर रहता है कि कहीं यह दोष उनके बच्चे की शादी में अड़चन या बाद में दुख का कारण न बन जाए। पीढ़ियों से चली आ रही इन मान्यताओं, पंडितों की चेतावनियों और समाज में फैली कहानियों के कारण लोग इस दोष को लेकर और भी चिंतित रहते हैं, भले ही हर कुंडली में इसका प्रभाव एक जैसा न हो और कई बार उपायों से यह काफी कम भी हो सकता है।

अगर आप भी मंगल दोष से परेशान है और मंगल नाथ मंदिर में जाने की सोच रहे है तो आप उनकी वेबसाइट Mangalnath Temple Ujjain पर सीधे संपर्क कर सकते है

 

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